A REVIEW OF BAGLAMUKHI SADHNA

A Review Of baglamukhi sadhna

A Review Of baglamukhi sadhna

Blog Article



यद्यपि पंचोपचार पूजन में ‘कर्पूरदीप जलाना” यह उपचार नहीं है, तथापि कर्पूर की सात्विकता के कारण उस का दीप जलाने से सात्विकता प्राप्त होने में सहायता मिलती है। अतएव नैवेद्य दिखाने के उपरांत कर्पूरदीप जलाएं। शंखनाद कर देवी की भावपूर्वक आरती उतारें। आरती ग्रहण करने के उपरांत नाक के मूल पर (आज्ञाचक्र पर) विभूति लगाएं और तीन बार तीर्थ प्राशन करें। अंत में प्रसाद ग्रहण करें तथा उसके उपरांत हाथ धोएं)

शरीर में जिन्न होने के लक्षण और जिन्न शरीर में क्यों…

Goddess Bagalamukhi  may be found Using a beautiful chariot embedded with gemstones. The devotees from the goddess has the capacity to defeat all his enemies and turns into successful in each and every industry. She will be able to be very easily delighted by giving yellow bouquets and coconut to her.

मंत्र- सिद्ध करने की विधि – साधना में जरूरी श्री बगलामुखी का पूजन यंत्र चने की दाल से बनाया जाता है। – अगर सक्षम हो तो ताम्रपत्र या चांदी के पत्र पर इसे अंकित करवाए। – बगलामुखी यंत्र एवं इसकी संपूर्ण साधना यहां देना संभव नहीं है। किंतु आवश्‍यक मंत्र को संक्षिप्त में दिया जा रहा है ताकि जब साधक मंत्र संपन्न करें तब उसे सुविधा रहे।

Maa could be the presiding deity of your Stambh Electricity, that's, she removes the anxiety of her devotees and destroys the enemies and their evil forces.

Bagalamukhi is strongly connected with the yellow colour. She attire in yellow apparel and ornaments. Numerous texts explain her affinity towards the colour; yellow is surely an integral Component of her worship rituals. Bagalamukhi is propitiated with yellow offerings by devotees dressed in yellow, seated over a yellow fabric.

सर्वप्रथम, देवी को अनामिका से (कनिष्ठिका के समीप की उंगली से) चंदन लगाएं । इसके उपरांत दाएं हाथ के अंगूठे और अनामिका के बीच चुटकी भर पहले हलदी, फिर कुमकुम भगवती के चरणों में अर्पित करें।





आपकी परिस्थिति और उपलब्ध समय के अनुसर आप छोटी और बड़ी दोनों तरह की पूजाओं का माध्यम माँ बगलामुखी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप छोटी पूजा कराना चाहते हैं तो पंचोपचार पूजन विधि का पालन कर सकते हैं, यदि विस्तृत पूजा कराने को इच्छुक है तो उसके लिए षोडशोपचार पूजन विधि का पालन करन पड़ता है। दोनों पूजाओं के चरण-दर-चरण नियम निम्नलिखित हैं:

विश्व-व्यचा इषयन्ती सुभूता शिवा नो अस्तु अदितिरुपस्थे।।

When you are in financial debts or have incurred big economic losses, this Puja is the solution to all All those challenges.

चौदहवां उपचार: देवीको मनपूर्वक नमस्कार करना

बगलामुखी साधना और सिद्धि गुरु मंत्र साधना में आप का स्वागत है आज हम माँ बगलामुखी साधना baglamukhi sadhna के बारे में चर्चा करेंगे । जो गुरु read more की किरपा से मैंने जाना ही वही ज्ञान आप के समक्ष रखूँगा । इस में लेश मात्र भी असत्य नहीं है । कुछ साधको द्वारा इस साधना की लंबे समय से मांग थी । पर मैं अपने कुछ कामो में व्यस्त होने के कारन वीडियो नहीं बना पाया । इसे पहले मैंने कमला महा विद्या और महा काली महा विद्या  पर के विषय में वीडियो बनाया था । अगर आप ने वो वीडियो नहीं देखा तो आप वो वीडियो भी जरूर देखो ।अब हम दसो महाविद्या पर वीडियो बनाएँगे ।

Report this page